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सट्टा मटका क्या है
सट्टा या जुआ खेलना भारत मे सदियों से खेला जा रहा है। भारत में ही नहीं पूरे विश्व मे कई तरह से जुआ खेला जाता है। आपको बता दें कि जुआ एक तरह का पैसे का खेल है जिसमें 2 या 2 से अधिक लोग किसी भी हार जीत या मार्किट के उतार चढ़ाव पर पैसा लगाते हैं। आज कल भारत मे सट्टा मटका बहुत विस्तार से फैल रहा है। सट्टा मटका या सटकी मटकी की पकड़ भारत में ही नहीं बल्कि कई मिडिल ईस्ट देशों में है। मिडिल ईस्ट के लोग भारत में चल रहे सट्टा मटका पर पैसा लगाते है। आप सट्टा मटका, सटका मटका या सटकी मटकी की ख्याति का अनुमान इसी से लगा सकते हैं कि प्रतिदिन इसके अंदर करोड़ों रुपये लगाए जाते है। लाखों लोग इस खेल को खेलते हैं।
सट्टा मटका के अंतर्गत कई तरह के मटका संचालित किए जाते हैं। जिनमें कई मटका ऐसे हैं जिनकी वजह से ही सट्टा मटका को ख्याति मिली है। सट्टा मटका में कल्याण मटका, वर्ली मटका, रतन मटका, नई वर्ली मटका, श्रीदेवी मटका और भी कई मटके हैं। सट्टा मटका में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध मटका कल्याण मटका है कल्याण। मटके की वजह से ही सट्टा मटका को नया आयाम मिला हैं। आज के लेख में हम सट्टा मटका मार्किट में जीत की ट्रिक्स, सट्टा मटका क्या है, सट्टा मटका कैसे खेलें, कल्याण मटका क्या है, कल्याण रिजल्ट कब आता है आदि जानकारी आपको इस लेख में देंगे।
कल्याण रिजल्ट :
कल्याण रिजल्ट, मटका रिजल्ट आज ओपन, कल्याण आज ओपन, कल्याण ओपन, कल्याण क्लोज आदि कल्याण सट्टा मटका के अंदर प्रयुक्त होने वाले नाम है। कल्याण का सट्टा मटका या कल्याण रिजल्ट शाम 5:25 पर ओपन रिजल्ट एवं 7:25 पर कल्याण क्लोज रिजल्ट प्रकाशित करता है। कल्याण मटका के तहत, कई और मटके हैं जिनमें कल्याण मॉर्निंग, कल्याण नाईट आदि है। इन सभी का कल्याण रिजल्ट अलग अलग समय पर आता है जिनकी जानकारी आगे इसी पोस्ट में मिलेगी।
DATE | KALYAN RESULT |
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27-AUG-2022 | 689-31-128 |
13-July-22 | |
13-July-22 | |
13-July-22 | |
31-July-22 | |
30-July-22 | Waiting.. |
29-July-22 | Waiting.. |
28-July-22 | Waiting.. |
27-July-22 | Waiting.. |
26-July-22 | Waiting.. |
25-July-22 | 660-22-589 |
24-July-22 | — |
23-July-22 | 338-48-189 |
22-July-22 | 336-25-249 |
21-July-22 | 456-57-124 |
20-July-22 | 390-21-560 |
19-July-22 | 140-50-370 |
18-July-22 | 466-64-356 |
17-July-22 | — |
16-July-22 | 569-02-390 |
15-July-22 | 568-92-129 |
14-July-22 | 360-93-490 |
13-July-22 | 660-22-138 |
12-July-22 | 179-74-158 |
11-July-22 | 130-49-360 |
10-July-22 | 130-49-360 |
09-July-22 | — |
08-July-22 | 128-18-459 |
07-July-22 | 250-78-369 |
06-July-22 | 255-26-178 |
05-July-22 | 890-73-139 |
04-July-22 | 156-28-459 |
03-July-22 | — |
02-July-22 | 900-90-280 |
01-July-22 | 120-39-126 |
30-June-22 | 489-11-290 |
29-June-22 | 468-88-224 |
28-June-22 | 466-67-458 |
27-June-22 | 255-26-349 |
26-June-22 | — |
25-June-22 | 346-39-478 |
24-June-22 | 300-32-570 |
23-June-22 | 227-12-156 |
22-June-22 | 360-91-119 |
21-June-22 | 239-44-158 |
20-June-22 | 478-90-569 |
19-June-22 | — |
18-June-22 | 455-44-220 |
17-June-22 | 236-11-560 |
16-June-22 | 259-64-239 |
15-June-22 | 560-16-358 |
14-June-22 | 367-60-389 |
13-June-22 | 567-86-790 |
12-June-22 | — |
11-June-22 | 148-37-278 |
10-June-22 | 589-22-570 |
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08-June-22 | 558-88-378 |
07-June-22 | 228-27-269 |
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05-June-22 | — |
04-June-22 | 460-06-448 |
03-June-22 | 289-95-140 |
02-June-22 | 119-12-679 |
01-June-22 | 458-70-127 |
31-May-22 | 357-54-446 |
30-May-22 | 260-86-178 |
29-May-22 | — |
28-May-22 | 890-76-358 |
27-May-22 | 257-45-456 |
26-May-22 | 479-05-230 |
25-May-22 | 146-12-480 |
24-May-22 | 778-21-227 |
23-May-22 | 257-46-330 |
22-May-22 | — |
21-May-22 | 124-78-224 |
20-May-22 | 559-93-247 |
19-May-22 | 249-58-800 |
18-May-22 | 667-95-447 |
17-May-22 | 357-54-789 |
16-May-22 | 580-31-236 |
15-May-22 | — |
14-May-22 | 138-26-178 |
13-May-22 | 449-70-479 |
12-May-22 | 478-91-678 |
11-May-22 | 368-79-234 |
10-May-22 | 780-51-399 |
09-May-22 | 248-41-100 |
08-May-22 | — |
07-May-22 | 358-60-569 |
06-May-22 | 170-87-133 |
05-May-22 | 660-29-289 |
04-May-22 | 149-49-478 |
03-May-22 | 388-92-688 |
02-May-22 | 337-34-167 |
01-May-22 | — |
30-April-22 | 149-48-567 |
29-April-22 | 149-48-567 |
28-April-22 | 355-34-220 |
27-April-22 | 679-29-469 |
26-April-22 | 370-04-455 |
25-April-22 | 280-07-269 |
24-April-22 | — |
23-April-22 | 460-07-359 |
22-April-22 | 299-06-123 |
21-April-22 | 250-76-457 |
20-April-22 | 457-65-357 |
19-April-22 | 147-20-677 |
18-April-22 | 166-35-249 |
17-April-22 | — |
16-April-22 | 259-63-238 |
15-April-22 | 290-19-388 |
14-April-22 | 690-59-667 |
13-April-22 | 336-21-678 |
12-April-22 | 139-33-157 |
11-April-22 | 249-52-156 |
10-April-22 | — |
9-April-22 | 779-36-169 |
8-April-22 | 190-09-234 |
7-April-22 | 234-94-266 |
6-April-22 | 139-30-479 |
5-April-22 | 255-20-280 |
4-April-22 | 570-27-359 |
3-April-22 | — |
2-April-22 | 259-68-990 |
1-April-22 | 478-93-599 |
31-Mar-22 | 226-06-448 |
30-Mar-22 | 900-90-118 |
29-Mar-22 | 240-65-249 |
28-Mar-22 | 358-66-150 |
27-Mar-22 | — |
26-Mar-22 | 130-47-278 |
25-Mar-22 | 135-99-234 |
24-Mar-22 | 449-72-255 |
23-Mar-22 | 129-23-256 |
22-Mar-22 | 228-23-779 |
21-Mar-22 | 557-70-389 |
20-Mar-22 | — |
19-Mar-22 | 578-01-155 |
18-Mar-22 | — |
17-Mar-22 | 890-74-158 |
16-Mar-22 | 390-22-589 |
15-Mar-22 | 379-99-568 |
14-Mar-22 | 177-52-570 |
13-Mar-22 | — |
12Mar-22 | 168-53-355 |
11-Mar-22 | 157-39-360 |
10-Mar-22 | 114-63-670 |
09-Mar-22 | 668-05-799 |
08-Mar-22 | 179-71-146 |
07-Mar-22 | 900-93-256 |
06-Mar-22 | — |
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04-Mar-22 | 147-25-267 |
03-Mar-22 | 566-74-338 |
02-Mar-22 | 127-08-260 |
01-Mar-22 | 455-43-689 |
28-feb-22 | 135-96-169 |
27-feb-22 | — |
26-feb-22 | 124-74-158 |
25-feb-22 | 224-85-177 |
24-feb-22 | 166-37-368 |
23-feb-22 | 179-76-358.. |
22-feb-22 | 260-84-239 |
21-feb-22 | 558-81-236 |
20-feb-22 | — |
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18-feb-22 | 236-10-190 |
17-feb-22 | 169-64-789 |
16-feb-22 | 348-58-170 |
15-feb-22 | 169-63-247 |
14-feb-22 | 278-76-259 |
13-feb-22 | — |
12-feb-22 | 379-99-469 |
11-feb-22 | 477-81-489 |
10-feb-22 | 379-94-248 |
09-feb-22 | 689-37-566 |
08-feb-22 | 168-55-348 |
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04-feb-22 | 137-16-123 |
03-feb-22 | 114-69-388.. |
02-feb-22 | 159-55-177 |
01-feb-22 | 689-39-360 |
31-Jan-22 | 248-48-134 |
30-Jan-22 | — |
29-Jan-22 | 589-24-130 |
28-Jan-22 | 338-41-470 |
27-Jan-22 | 569-08-260 |
26-Jan-22 | — |
25-Jan-22 | 145-01-678 |
24-Jan-22 | 220-40-235 |
23-Jan-22 | — |
22-Jan-22 | 170-88-369 |
21-Jan-22 | 567-88-134 |
20-Jan-22 | 167-44-158 |
19-Jan-22 | 267-51-678 |
18-Jan-22 | 246-20-578 |
17-Jan-22 | 569-05-339 |
16-Jan-22 | — |
15-Jan-22 | 120-31-489 |
14-Jan-22 | 280-09-180 |
13-Jan-22 | 500-52-480 |
12-Jan-22 | 360-91-489 |
11-Jan-22 | 500-57-340 |
10-Jan-22 | 370-09-478 |
09-Jan-22 | — |
08-Jan-22 | 370-07-278 |
07-Jan-22 | 689-37-557 |
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05-Jan-22 | 335-19-270 |
04-Jan-22 | 277-64-149 |
03-Jan-22 | 350-84-590 |
02-Jan-22 | — |
01-Jan-22 | 238-31-579 |
31-Dec-21 | 399-17-340 |
30-Dec-21 | 136-08-189 |
29-Dec-21 | 358-60-280 |
28-Dec-21 | 189-80-479 |
27-Dec-21 | 569-08-189 |
26-Dec-21 | — |
25-Dec-21 | 356-41-678 |
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23-Dec-21 | 100-19-469 |
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20-Dec-21 | 248-45-168 |
19-Dec-21 | — |
18-Dec-21 | 468-82-390 |
17-Dec-21 | 367-68-134 |
16-Dec-21 | 278-74-446 |
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14-Dec-21 | 157-37-368 |
13-Dec-21 | 667-90-479 |
12-Dec-21 | — |
11-Dec-21 | 356-48-260 |
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09-Dec-21 | 280-02-589 |
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07-Dec-21 | 447-55-690 |
06-Dec-21 | 248-42-345 |
05-Dec-21 | — |
04-Dec-21 | 145-09-478 |
03-Dec-21 | 445-31-137 |
02-Dec-21 | 168-50-190 |
01-Dec-21 | 380-11-290 |
30-Nov-21 | 129-23-157 |
29-Nov-21 | 245-17-124 |
28-Nov-21 | — |
27-Nov-21 | 120-30-479 |
26-Nov-21 | 469-93-580 |
25-Nov-21 | 247-39-270 |
24-Nov-21 | 890-73-580 |
23-Nov-21 | 229-30-569 |
22-Nov-21 | 130-40-118 |
21-Nov-21 | — |
20-Nov-21 | 560-16-466 |
19-Nov-21 | 270-90-235 |
18-Nov-21 | Waiting.. |
17-Nov-21 | 477-87-269 |
16-Nov-21 | 115-76-123 |
15-Nov-21 | 478-97-458.. |
14-Nov-21 | 179-72-390 |
13-Nov-21 | 179-72-390 |
12-Nov-21 | 334-00-280 |
11-Nov-21 | 368-70-299 |
10-Nov-21 | 345-25-357 |
09-Nov-21 | 135-92-237 |
08-Nov-21 | Holiday |
07-Nov-21 | Holiday |
06-Nov-21 | Holiday |
05-Nov-21 | Holiday |
04-Nov-21 | Holiday |
03-Nov-21 | Holiday |
02-Nov-21 | Holiday |
01-Nov-21 | Holiday |
31-Oct-21 | Holiday |
30-Oct-21 | 367-65-159 |
29-Oct-21 | 147-21-128 |
28-Oct-21 | 600-69-135 |
27-Oct-21 | 366-57-359 |
26-Oct-21 | 236-16-259 |
25-Oct-21 | 667-94-130 |
24-Oct-21 | 469-94-347 |
23-Oct-21 | 469-94-347 |
22-Oct-21 | 345-27-890 |
21-Oct-21 | 245-12-129 |
20-Oct-21 | 566-72-688 |
19-Oct-21 | 366-59-270 |
18-Oct-21 | 368-74-338 |
17-Oct-21 | — |
16-Oct-21 | 468-86-367 |
15-Oct-21 | 135-92-147 |
14-Oct-21 | 467-78-288 |
13-Oct-21 | 379-91-100 |
12-Oct-21 | 499-22-147 |
11-Oct-21 | 129-24-680 |
10-Oct-21 | — |
09-Oct-21 | 140-52-570 |
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03-Oct-21 | — |
02-Oct -21 | 670-30-370 |
01-Oct-21 | 146-18-288 |
30-Sep-21 | 480-22-778 |
29-Sep-21 | 266-76-330 |
28-Sep-21 | 469-99-180 |
27-Sep-21 | 134-80-145 |
26-Sep-21 | — |
25-Sep-21 | 379-94-590 |
24-Sep-21 | 140-51-380 |
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22-Sep-21 | 227-18-369. |
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20-Sep-21 | 567-82-345 |
19-Sep-21 | —- |
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17-Sep-21 | 267-55-780 |
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15-Sep-21 | 245-10-389 |
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12-Sep-21 | —- |
11-Sep-21 | 259-64-266 |
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09-Sep-21 | 388-92-336 |
08-Sep-21 | 570-27-566 |
07-Sep-21 | 470-14-455 |
06-Sep-21 | 490-35-267 |
05-Sep-21 | —- |
04-Sep-21 | 236-18-134 |
03-Sep-21 | 559-92-129 |
02-Sep-21 | 180-91-560 |
01-Sep-21 | 669-15-249 |
31-Aug-21 | 600-64-149 |
30-Aug-21 | 168-59-559 |
29-Aug-21 | —- |
28-Aug-21 | 660-23-256 |
27-Aug-21 | 167-45-249 |
26-Aug-21 | 679-24-248 |
25-Aug-21 | 479-07-458 |
24-Aug-21 | 100-15-159 |
23-Aug-21 | 189-83-490 |
22-Aug-21 | —- |
21-Aug-21 | 579-18-459 |
20-Aug-21 | 114-60-299 |
19-Aug-21 | 135-94-789 |
18-Aug-21 | 159-54-239 |
17-Aug-21 | 280-07-124 |
16-Aug-21 | 279-80-235 |
15-Aug-21 | —- |
14-Aug-21 | 238-33-148 |
13-Aug-21 | 470-14-680 |
12-Aug-21 | 336-26-123 |
11-Aug-21 | 259-66-169 |
10-Aug-21 | 138-25-249 |
9-Aug-21 | 240-66-790 |
8-Aug-21 | —- |
7-Aug-21 | 147-29-135 |
6-Aug-21 | 156-22-390 |
5-Aug-21 | 389-08-134 |
4-Aug-21 | 899-66-178 |
3-Aug-21 | 235-00-479 |
2-Aug-21 | 378-89-225 |
1-Aug-21 | —- |
कब शुरू हुआ सट्टा मटका
सट्टा मटका एक तरह का जुआ है जिसमें अंको दांव लगाया जाता है। सट्टा मटका का इतिहास भारत मे आजादी के समय का है। भारत में पहले पारंपरिक जुआ खेला जाता था। ताश के पत्तों से जुआ या किसी की हार जीत पर जुआ किसी खेल पर जुआ लगाया जाता था। हालांकि उस समय भी भारत में जुआ खेलने गैर कानूनी था। आजादी के पहले भारत में न्यूयॉर्क कॉटन एक्सचेंज पर कॉटन के बंद एवं खुलने पर दांव लगता था। कॉटन एक्सचेंज बन्द होने के बाद भारत मे सट्टा मटका का जन्म हुआ। सट्टा मटका के जन्मदाता रतन खत्री थे। उन्हें ही सट्टा किंग कहा जाता था
भारत में सट्टा मटका का जन्म 1950 के दशक में हुआ। शुरुआत में में इसे Satta Matka ( सटकी मटकी ) नहीं बल्कि ‘अंकड़ा जुगर‘ कहा जाता था इसके मतलब है अंको की जोड़ी। लेकिन इसमें अंको की जोड़ी मटके का प्रयोग करके बनाई जाती थी जिससे लोग इसे सट्टा मटका के नाम से जानने लगे। Satta Matka खेल न्यूयॉर्क कॉटन एक्सचेंज के आधार पर शुरू किया गया खेल है।
शुरुआत में सट्टा मटका को बेहद पसंद किया गया लेकिन धीरे धीरे इस खेल को चाहने वालों की तादाद कम होती गई क्योंकि सट्टा मटका के परिनाम का इंतज़ार करना पड़ता था और दिमागी तौर पर तेज लोग ही इस खेल को खेल सकते थे लोगों को सट्टा मटका से बेहतर विकल्प दिखे जिनमें मुनाफा ज्यादा था। इसके बाद कल्याण जी भगत ने न्यू वर्ली मटका नाम से सट्टा मटका शुरू किया। उन्होंने इसमें कुछ नियम बदले। नया सट्टा मटका चल निकला मुम्बई कपड़ा मिल में काम करने वाले मजदूर और गृहिणियों में यह सट्टा मटका अच्छा खासा पॉपुलर हुआ। कल्याण जी भगत को दूसरा सट्टा किंग कहा जाता है। इसके बाद रतन खत्री कल्याण जी भगत ने साझेदारी करके सट्टा मटका को नए आयामों तक पहुंचाया। सट्टा मटका भारत में प्रतिबंधित खेल हैं फिर भी इसे लाखों लोग खेलते है। दिल्ली मुम्बई, मध्य प्रदेश हरियाणा में सट्टा मटका मार्किट की अच्छी पकड़ है।
सट्टा मटका का इतिहास
सट्टा मटका कल्याण मटका की शरूआत कल्याण जी भगत ने की थी। इन्हें ही दूसरा सट्टा किंग कहा जाता है। वे शुरुआत में न्यूयॉर्क कॉटन एक्सचेंज के बन्द एवं खुलने के रेट पर सट्टा लगाते थे। सट्टा खेलने का तरीका बेहतर तरीके से अच्छा व्यापार कर रहा था। 1961 में न्यूयॉर्क एक्सचेंज बंद हो गया। कल्याण जी भगत गुजरात के साधारण किसान थे जबकि रत्न खत्री परचून की दुकान चलाते थे।
कपास पर सट्टा बंद होने के बाद कल्याण जी भगत ने 1962 में सट्टा का नया रूप सट्टा मटका पेश किया। जिसे वर्ली मटका कहा जाता है। इसके 2 साल बाद रतन खत्री ने कुछ बदलाव के साथ न्यू वर्ली मटका पेश किया बाद में रतन खत्री और कल्याण जी भगत साझेदार हो गए और मटका मार्किट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। दोनों के द्वारा चलाये गए मटके खूब फेमस हुए। मुम्बई में काम करने वॉर मजदूर और गृहणियां इन पर खूब पैसा लगाती थी। मध्य मुम्बई से शुरू हुआ सट्टा मटका का यह खेल आज पूरी दुनिया मे खेला जा रहा है।
कल्याण मटका क्या है
सट्टा मटका मार्किट में खेला जाना वाला कल्याण मटका सबसे फेमस मटका है। आजकल पारंपरिक सट्टा मटका को नए अवतार में प्रस्तुत किया गया है। मटका में खेला जाने वाला खेल आज ऑनलाइन खेला जा रहा है। लोग घर बैठे ऑनलाइन वेबसाइट एप्लिकेशन की माध्यम से कल्याण मटका एवं अन्य कई मटकों में पैसे डाल देते हैं और कल्याण ओपन, कल्याण क्लोज रिजल्ट का इंतज़ार करते हैं। कल्याण मटका कल्याण जी भगत का मटका है। उन्हें ही इस मटका का जन्मदाता माना जाता है। कल्याण मटका आज के समय मे सबसे विशाल सट्टा मटका है जिसके तहत 9 अलग अलग मटके संचालित होते हैं लेकिन कल्याण मोर्निंग, कल्याण नाईट और कल्याण सबसे प्रमुख हैं। सट्टा खेलने वाले इसी में सबसे ज्यादा सट्टा लगाते हैं
सट्टा मटका कैसे खेलें ?
सट्टा मटका पूर्व में मटके में 00 से 99 तक के अंको में सट्टा लगता था। जिसमें लोग अपने पैसे लगाते थे और सट्टा नम्बर खुलने पर आपको नम्बर बताते है। अगर आपका अंक लग गया तो आपको अच्छा मुनाफा हो सकता है। इसी तरह यह खेल अब ऑनलाइन भी खेला जा रहा है जिसमें सट्टा नंबर निकालने की यही प्रक्रिया है। सट्टा मटका में आपको 1 का 4 मिलेगा मतलब आपको 100 रुपये का 400 रुपये तक मिल सकता है। सट्टा मटका में आपको 100 गुना तक का मुनाफा हो सकता है। इसी की वजह से लोग सट्टा मटका की ओर आकर्षित होता है।
Satta matkaa timing
Kalyan Morning Open: 11 AM
Kalyan Morning Close: 12.02 PM
Milan Open: 2.15 PM
Milan Close: 4.15 PM
Kalyan Open: 5.25 PM
Kalyan Close: 7.25 PM
Milan Night Open: 9 PM
Milan Night Close: 11.05 PM
Main Ratan Open: 9.35 PM
Main Ratan Close: 12 AM
Kalyan Night Open: 9.15 PM
Kalyan Night Close: 11.30 PM
कल्याण में आज क्या बनेगा
कल्याण सट्टा मटका खेलने वाले लोग इंटरनेट पर कल्याण में आज, कल्याण में आज क्या बनेगा, कल्याण में आज का ओपन, कल्याण में आज क्या आया, कल्याण में आज ओपन क्या आएगा, कल्याण में आज ओपन क्या है आदि कीवर्ड सर्च करते हैं वह जानना चाहते हैं कि सट्टा मटका में आज का क्या नम्बर लगने वाला है। आपको बता दें कि सट्टा किस्मत का खेल है और सट्टा मटका किस्मत के साथ साथ दिमाग का खेल भी है। इस बात का अनुमान लगाना तो बेहद कठिन है कि सट्टा मटका में आज क्या आएगा हालांकि अगर आपको सट्टा मटका में कल्याण चार्ट का उपयोग करना आता है तो आप भविष्य के नंबरों का सटीक अनुमान लगा सकते हैं। कल्याण चार्ट में आप पुराने नंबरों का देखकर आगामी अंको का सटीक अनुमान लगा सकते हैं। आप कल्याण पैनल चार्ट के साथ साथ कल्याण कल्याण जोड़ी चार्ट का भी प्रयोग कर सकते हैं।
कल्याण चार्ट :
कल्याण मटका के अंतर्गत कल्याण चार्ट है जिसके तहत आने वाली खेलों की गेसिंग कर सकते हैं। कल्याण चार्ट के तहत कल्याण के 4 अलग अलग चार्ट हैं जिनमें कल्याण मॉर्निंग चार्ट कल्याण चार्ट, कल्याण गेसिंग चार्ट आदि प्रमुख हैं। कल्याण चार्ट की सहायता से हम सिर्फ गेसिंग कर सकते हैं। इसमें सटीक नंबरों का अनुमान लगाना संभव नहीं है।
कल्याण मटका में प्रयुक्त होने वाले शब्दावली :
मटका- प्राचीन काल में पर्ची डालने के लिए प्रयोग होने वाला पात्र
जोड़ी/पेयर- 0-9 के बीच की कोई भी संख्या
पत्ती/पन्ना – 00-99 के बीच की कोई भी संंख्या
ओपन रिजल्ट/क्लोज रिजल्ट – तीन नंबरों की संख्या
बेरिज- मटका जुएं का नतीजा
सिंगल- जोड़ी के कुल जमा के अंतिम अंक
1 अंक- 22 पत्ती
कुल पत्ती की संख्या- 220 ( 10*22 = 220 )
सट्टा मटका अंक निकालने के लिए लोग इंटरनेट पर कई तरह से सर्च करते रहते हैं कि satta ank kaise nikale, satta nikalne ka formula, satta number nikalne ka tareeka, आदि सर्च करते रहते हैं। लेकिन satta matka guess, या सट्टा मटका नम्बर ( सटकी मटकी ) निकालने का कोई ठोस तरीका नहीं है सिर्फ आंकड़ो का विश्लेषण करके लोग Satta Matka नम्बर निकाल सकते हैं ।
मान लीजिए आपको सोमवार का स्कोर प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको सोमवार के परिणामों की अंतिम संख्या और सोमवार के पहले नंबर पर काम करना होगा।
अब आप 4,3,2,1,0 नम्बर को इससे मिलाना होगा। फिर आप इसके cut marks प्राप्त करें। इस तरह आपका अनुमानित सट्टा मटका अंक निकलेगा।
अब आप सोमवार की पहली संख्या और मंगलवार और बुधवार के अंतिम अंकों का मिलान करें।
अब आप फिर से उनको 4,3,2,1,0 से इन नंबरों को मैच करना होगा। इस तरह आप सट्टा मटका अंक प्राप्त कर सकेंगे।
कल्याण सट्टा मटका खेलने का तरीका या ट्रिक्स :
कल्याण रिजल्ट देखने का तरीका
कल्याण रिजल्ट सोमवार से शुक्रवार को अपडेट होता है। यदि आपको कल्याण रिजल्ट देखना है तो आप कल्याण मटका की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कल्याण मटका रिजल्ट देख सकते है। कल्याण रिजल्ट देखने के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कल्याण रिजल्ट देख सकते हैं।
सट्टा किंग कौन है
विभाजन के समय रतन खत्री कराची से मुंबई आये। इस दौरान मुम्बई में अंडरवर्ल्ड का साया था और सट्टा कारोबार भी खूब फल फूल रहा था। तब रतन खत्री ने इस गेम में की शुरुआत की जिसमें मटके के अंदर पर्ची डाली जाती थी। उस समय न तो इंटरनेट का जमाना था और न ही मोबाइल फोन का
ट्रेडिशनल मटके के जन्मदाता रतन खत्री को कहा जाता है। इन्हें ही मटका किंग के नाम से लोग पहचानते हैं। रतन खत्री की प्रतिदिन की औ 1 करोड़ रुपये से अधिक की थी। उन्हें मटके का बेताज बादशाह कहा जाता था। 2020 को रतन खत्री की मृत्यु हो गयी थी।
भारत में सैंकड़ो मटका चल रहे हैं लेकिन ख्याति कुछ मटकों को ही मिल पाई है। भारत के 10 सबसे बड़े मटके Milan Matka, Kalyan Matka, Rajdhani Day and Night Matka, New Delhi Matka, Main Ratan, Rajshree Matka, Sridevi Matka, Madhuri Matka, Time Bazar Matka, Main Bazar Day Matka आदि हैं।
जिन्हें हम एक-एक कर विस्तार में समझेंगे
Kalyan Matka
Worli Mumbai Matka
Milan Matka
Rajdhani Day and Night matka
New Delhi Matka
Main Ratan Matka
Rajshree Matka
Sridevi Matka
Madhuri Matka
Time Bazar Matka